दोषी की संगती में विपत्ति ही विपत्ति
दोषी की संगती में विपत्ति ही विपत्ति
ओछा व्यक्ति अपनी ही भलाई करता रहता है
ओछा व्यक्ति अपनी ही भलाई करता रहता है
नीच व्यक्ति की मित्रता क्षणभंगुर होती है
नीच व्यक्ति की मित्रता क्षणभंगुर होती है
एक के कड़वे होने पर सभी कड़वे हो जाते हैं
एक के कड़वे होने पर सभी कड़वे हो जाते हैं
Correct Answer:
नीच व्यक्ति की मित्रता क्षणभंगुर होती है
नीच व्यक्ति की मित्रता क्षणभंगुर होती है