कर्णिका ने देखा
कर्णिका ने देखा
जूठी पत्तलों को
जूठी पत्तलों को
कि बूढ़ी काकी
कि बूढ़ी काकी
खाने लगी
खाने लगी
Correct Answer:
खाने लगी
खाने लगी
अगले चौराहे के पास एक सब्जी की दूकान है|
अगले चौराहे के पास एक सब्जी की दूकान है|
अगले चौराहे के पास सब्जी की एक दूकान है|
अगले चौराहे के पास सब्जी की एक दूकान है|
अगले चौराहे में सब्जी की एक दूकान है|
अगले चौराहे में सब्जी की एक दूकान है|
अगले चौराहे पर एक सब्जियों की दूकान है|
अगले चौराहे पर एक सब्जियों की दूकान है|
Correct Answer:
अगले चौराहे के पास सब्जी की एक दूकान है|
अगले चौराहे के पास सब्जी की एक दूकान है|
पुत्री
पुत्री
वधू
वधू
नदी
नदी
स्त्री
स्त्री
Correct Answer:
पुत्री
पुत्री
पारलौकिक
पारलौकिक
अनैहिक्य
अनैहिक्य
अनैक्य
अनैक्य
ऐक्य
ऐक्य
Correct Answer:
पारलौकिक
पारलौकिक
पानी की लहरें गिनना
पानी की लहरें गिनना
पानी में आग लगाना
पानी में आग लगाना
पानी छाँटना
पानी छाँटना
पानी पर नींव डालना
पानी पर नींव डालना
Correct Answer:
पानी पर नींव डालना
पानी पर नींव डालना
पेट में दाढ़ी होना
पेट में दाढ़ी होना
नौ दो ग्यारह होना
नौ दो ग्यारह होना
लोहे के चने चबाना
लोहे के चने चबाना
आँखें चार होना
आँखें चार होना
Correct Answer:
पेट में दाढ़ी होना
पेट में दाढ़ी होना
निन्यानबे के फेर में पड़ना
निन्यानबे के फेर में पड़ना
पापड बेलना
पापड बेलना
बालू से तेल निकालना
बालू से तेल निकालना
मन के लड्डू खाना
मन के लड्डू खाना
Correct Answer:
बालू से तेल निकालना
बालू से तेल निकालना
आज कार्यालय
आज कार्यालय
अधिकारी महोदय
अधिकारी महोदय
मुझपर बरस गए
मुझपर बरस गए
पहुँचते ही
पहुँचते ही
Correct Answer:
मुझपर बरस गए
मुझपर बरस गए
पहले आत्मा, फिर परमात्मा
पहले आत्मा, फिर परमात्मा
भई गति साँप छछूंदर केरी
भई गति साँप छछूंदर केरी
नाच न जाने आँगन टेढ़ा
नाच न जाने आँगन टेढ़ा
बिल्ली के भाग से छींका टूटा
बिल्ली के भाग से छींका टूटा
Correct Answer:
भई गति साँप छछूंदर केरी
भई गति साँप छछूंदर केरी
कासा भर खाना, आसा भर सोना
कासा भर खाना, आसा भर सोना
आप मरे जग परलै
आप मरे जग परलै
कहें खेत की, सुनें खलिहान की
कहें खेत की, सुनें खलिहान की
कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा
कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा
Correct Answer:
कहें खेत की, सुनें खलिहान की
कहें खेत की, सुनें खलिहान की
परन्तु इसमें वर्तनीगत
परन्तु इसमें वर्तनीगत
आपकी रचना तो
आपकी रचना तो
अशुद्धियों की बाहुल्यता है
अशुद्धियों की बाहुल्यता है
उत्कृष्ट कोटि की है
उत्कृष्ट कोटि की है
Correct Answer:
अशुद्धियों की बाहुल्यता है
अशुद्धियों की बाहुल्यता है
नुकसान की भरपाई न होने पर कहते हैं
नुकसान की भरपाई न होने पर कहते हैं
बुरे दिन आने पर सब काम बिगड़ते चले जाते हैं
बुरे दिन आने पर सब काम बिगड़ते चले जाते हैं
गरीब का मज़ाक बनता है
गरीब का मज़ाक बनता है
उन्नति में बाधा पहुँचना
उन्नति में बाधा पहुँचना
Correct Answer:
बुरे दिन आने पर सब काम बिगड़ते चले जाते हैं
बुरे दिन आने पर सब काम बिगड़ते चले जाते हैं
जागृत
जागृत
सिद्धार्थ
सिद्धार्थ
दीप्राक्ष
दीप्राक्ष
अमिताभ
अमिताभ
Correct Answer:
दीप्राक्ष
दीप्राक्ष
शांत
शांत
अव्यर्थ
अव्यर्थ
संकुचित
संकुचित
अशक्त
अशक्त
Correct Answer:
संकुचित
संकुचित
प्यादा से फ़रज़ी भयो, टेढ़ो- टेढ़ो जाय
प्यादा से फ़रज़ी भयो, टेढ़ो- टेढ़ो जाय
नेकी कर दरिया में डाल
नेकी कर दरिया में डाल
पर उपदेश कुशल बहुतेरे
पर उपदेश कुशल बहुतेरे
बन्दर के हाथ में आईना
बन्दर के हाथ में आईना
Correct Answer:
प्यादा से फ़रज़ी भयो, टेढ़ो- टेढ़ो जाय
प्यादा से फ़रज़ी भयो, टेढ़ो- टेढ़ो जाय
बस में होना
बस में होना
स्वभाव पहचानना
स्वभाव पहचानना
पहुँच में होना
पहुँच में होना
संकट में होना
संकट में होना
Correct Answer:
बस में होना
बस में होना
आज ‘काठ का घोड़ा’
आज ‘काठ का घोड़ा’
नाट्यशाला में
नाट्यशाला में
नामक नाटक
नामक नाटक
का खेल हुआ
का खेल हुआ
Correct Answer:
का खेल हुआ
का खेल हुआ
सैनिक ने युद्ध में साहस और धैर्य दिखाए|
सैनिक ने युद्ध में साहस और धैर्य दिखाए|
गुंजन अथवा राधिका हिंदी प्रतियोगिता में भाग लेंगे|
गुंजन अथवा राधिका हिंदी प्रतियोगिता में भाग लेंगे|
कैकेयी और भरत वन में नहीं गए |
कैकेयी और भरत वन में नहीं गए |
गुरूजी आप कहाँ जा रहे हो?
गुरूजी आप कहाँ जा रहे हो?
Correct Answer:
कैकेयी और भरत वन में नहीं गए |
कैकेयी और भरत वन में नहीं गए |
तिक्त
तिक्त
तृप्ति
तृप्ति
क्षुधा
क्षुधा
तीव्र
तीव्र
Correct Answer:
तृप्ति
तृप्ति
कच्चे बर्तन में खाना एक बार ही बन सकता है
कच्चे बर्तन में खाना एक बार ही बन सकता है
परिश्रम बहुत अधिक, उपलब्धि अत्यंत कम
परिश्रम बहुत अधिक, उपलब्धि अत्यंत कम
सस्ती चीज़ बहुत दिनों तक नहीं चलती
सस्ती चीज़ बहुत दिनों तक नहीं चलती
धोखा एक बार तो चल जाता है, बार-बार नहीं दिया जा सकता
धोखा एक बार तो चल जाता है, बार-बार नहीं दिया जा सकता
Correct Answer:
धोखा एक बार तो चल जाता है, बार-बार नहीं दिया जा सकता
धोखा एक बार तो चल जाता है, बार-बार नहीं दिया जा सकता
जब घर से चलें तो ताला अच्छी तरह देख लीजिए|
जब घर से चलें तो ताला अच्छी तरह देख लीजिए|
अगले हफ्ते विद्यालय पुनः बंद होने की संभावना है|
अगले हफ्ते विद्यालय पुनः बंद होने की संभावना है|
हल्का सा हवा का झोंका आया और मन उल्लसित कर गया|
हल्का सा हवा का झोंका आया और मन उल्लसित कर गया|
इतनी ऊँचाई पर खड़े होकर मेरा तो प्राण ही सूख गया|
इतनी ऊँचाई पर खड़े होकर मेरा तो प्राण ही सूख गया|
Correct Answer:
अगले हफ्ते विद्यालय पुनः बंद होने की संभावना है|
अगले हफ्ते विद्यालय पुनः बंद होने की संभावना है|
दानिश को रसोई बनाना नहीं आती|
दानिश को रसोई बनाना नहीं आती|
तुमने आज फल, दाल, चावल और रोटियाँ खाये|
तुमने आज फल, दाल, चावल और रोटियाँ खाये|
रमा, विभा और अतुल शिमला गए, वह कल आ जाएँगे|
रमा, विभा और अतुल शिमला गए, वह कल आ जाएँगे|
हमने लेख और कहानियाँ पढ़ीं|
हमने लेख और कहानियाँ पढ़ीं|
Correct Answer:
हमने लेख और कहानियाँ पढ़ीं|
हमने लेख और कहानियाँ पढ़ीं|
माता
माता
पाश
पाश
वृश्चिक
वृश्चिक
मक्खन
मक्खन
Correct Answer:
मक्खन
मक्खन
बहली, शामित्र, प्रवेणी
बहली, शामित्र, प्रवेणी
लुब्धक, व्याध, अहेरी
लुब्धक, व्याध, अहेरी
कुहर, चिड़ीमार, नीरज
कुहर, चिड़ीमार, नीरज
आखेटक, अलक, हलायुध
आखेटक, अलक, हलायुध
Correct Answer:
लुब्धक, व्याध, अहेरी
लुब्धक, व्याध, अहेरी
पिपासा – प्यास
पिपासा – प्यास
बुआ – पित्रश्वसा
बुआ – पित्रश्वसा
तुंद – तोंद
तुंद – तोंद
पिटारा – पर्पट
पिटारा – पर्पट
Correct Answer:
बुआ – पित्रश्वसा
बुआ – पित्रश्वसा
वातुलक
वातुलक
बैंगन
बैंगन
बौना
बौना
बावला
बावला
Correct Answer:
बैंगन
बैंगन
अल्पजीवी
अल्पजीवी
प्रमुख
प्रमुख
निरामिष
निरामिष
विमुख
विमुख
Correct Answer:
प्रमुख
प्रमुख
यहाँ आकर
यहाँ आकर
भारतीय संस्कृति को
भारतीय संस्कृति को
में देखा
में देखा
मैंने गाँवों-गावों
मैंने गाँवों-गावों
Correct Answer:
मैंने गाँवों-गावों
मैंने गाँवों-गावों
तुम हाथों में दस्ताने
तुम हाथों में दस्ताने
आदेश!
आदेश!
बाहर बहुत ठंड है,
बाहर बहुत ठंड है,
पहन लो
पहन लो
Correct Answer:
तुम हाथों में दस्ताने
तुम हाथों में दस्ताने
शेखी बघारना
शेखी बघारना
कह कर बदल जाना
कह कर बदल जाना
चटक-मटक खाने की इच्छा होना
चटक-मटक खाने की इच्छा होना
धृष्टता से उत्तर देना
धृष्टता से उत्तर देना
Correct Answer:
कह कर बदल जाना
कह कर बदल जाना
सुरेश, उमेश
सुरेश, उमेश
विश्वेश, महेश
विश्वेश, महेश
महेंद्र, हृषिकेश
महेंद्र, हृषिकेश
विरंचि, महेश्वर
विरंचि, महेश्वर
Correct Answer:
महेंद्र, हृषिकेश
महेंद्र, हृषिकेश
इस कार्य में देर होना स्वाभाविक था |
इस कार्य में देर होना स्वाभाविक था |
इस परिसर में अनाधिकार प्रवेश वर्जित है|
इस परिसर में अनाधिकार प्रवेश वर्जित है|
मैंने तुम्हारे को बोला था कि जल्दी आओ|
मैंने तुम्हारे को बोला था कि जल्दी आओ|
इस राह पर पग-पग में काँटे मिलेंगे|
इस राह पर पग-पग में काँटे मिलेंगे|
Correct Answer:
इस कार्य में देर होना स्वाभाविक था |
इस कार्य में देर होना स्वाभाविक था |
मुझे अचार अच्छा लगता है|
मुझे अचार अच्छा लगता है|
तुम्हें यहाँ नहीं आना चाहिए|
तुम्हें यहाँ नहीं आना चाहिए|
सभी बच्चा इस समय खेलना चाहते हैं|
सभी बच्चा इस समय खेलना चाहते हैं|
उसे वहाँ अपनी पसंद का काम मिल गया|
उसे वहाँ अपनी पसंद का काम मिल गया|
Correct Answer:
सभी बच्चा इस समय खेलना चाहते हैं|
सभी बच्चा इस समय खेलना चाहते हैं|
कि उस बढ़ई का काम
कि उस बढ़ई का काम
हमने तो पहले ही
हमने तो पहले ही
अच्छा नहीं है
अच्छा नहीं है
तुम्हें मना करा था
तुम्हें मना करा था
Correct Answer:
तुम्हें मना करा था
तुम्हें मना करा था
यह मेरी सहेली है यह मेरे साथ खेलती है|
यह मेरी सहेली है यह मेरे साथ खेलती है|
तुम तुम्हारे घर जा सकते हो|
तुम तुम्हारे घर जा सकते हो|
यह उनकी समझ में नहीं आएगा |
यह उनकी समझ में नहीं आएगा |
उसने यही कहना था कि तुम कुछ न करो |
उसने यही कहना था कि तुम कुछ न करो |
Correct Answer:
यह उनकी समझ में नहीं आएगा |
यह उनकी समझ में नहीं आएगा |
अमर
अमर
ब्रह्म
ब्रह्म
समस्त
समस्त
वर्ण
वर्ण
Correct Answer:
समस्त
समस्त
द्राक्षा
द्राक्षा
नयन
नयन
दर्सन
दर्सन
दशम
दशम
Correct Answer:
दर्सन
दर्सन
अनुराग – विराग
अनुराग – विराग
कृतज्ञ – कृतघ्न
कृतज्ञ – कृतघ्न
अभिराम – अविराम
अभिराम – अविराम
अभिज्ञ – अनभिज्ञ
अभिज्ञ – अनभिज्ञ
Correct Answer:
अभिराम – अविराम
अभिराम – अविराम
प्रशासन का वरदहस्त होने से जमना प्रसाद राज्य भर के पुलिस-तंत्र से भिड़कर ‘हिमायती की घोड़ी, ऐराकी को लात मारे’ वाली कहावत चरितार्थ कर रहा है|
प्रशासन का वरदहस्त होने से जमना प्रसाद राज्य भर के पुलिस-तंत्र से भिड़कर ‘हिमायती की घोड़ी, ऐराकी को लात मारे’ वाली कहावत चरितार्थ कर रहा है|
अभी तो मैंने कोई जमीन खरीदी भी नहीं और तुम दोनों उसपर अपने हिस्से के लिए लड़ रहे हो! इसे कहते हैं कि ‘सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम-लट्ठा |’
अभी तो मैंने कोई जमीन खरीदी भी नहीं और तुम दोनों उसपर अपने हिस्से के लिए लड़ रहे हो! इसे कहते हैं कि ‘सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम-लट्ठा |’
जीवन में लाख कष्ट आने पर भी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि ‘हथेली पर सरसों नहीं जमती|’
जीवन में लाख कष्ट आने पर भी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि ‘हथेली पर सरसों नहीं जमती|’
सच्चे और ईमानदार व्यक्ति की कितनी भी बुराई करने का प्रयास किया जाए, उसपर कोई आंच नहीं आती, क्योंकि ‘सूरज धूल डालने से नहीं छिपता|’
सच्चे और ईमानदार व्यक्ति की कितनी भी बुराई करने का प्रयास किया जाए, उसपर कोई आंच नहीं आती, क्योंकि ‘सूरज धूल डालने से नहीं छिपता|’
Correct Answer:
जीवन में लाख कष्ट आने पर भी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि ‘हथेली पर सरसों नहीं जमती|’
जीवन में लाख कष्ट आने पर भी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि ‘हथेली पर सरसों नहीं जमती|’
अँगूष्ठी
अँगूष्ठी
अंगूठि
अंगूठि
अंगुठी
अंगुठी
अँगूठी
अँगूठी
Correct Answer:
अँगूठी
अँगूठी
कई बार असफल होने पर भी रमा ने अपना विषय नहीं बदला, क्योंकि उसका कहना है कि या तो वह इसी विषय में स्नातक करेगी या करेगी ही नहीं|
कई बार असफल होने पर भी रमा ने अपना विषय नहीं बदला, क्योंकि उसका कहना है कि या तो वह इसी विषय में स्नातक करेगी या करेगी ही नहीं|
व्यक्ति का स्वभाव कभी नहीं बदलता, चाहे वह मर ही क्यों न जाय|
व्यक्ति का स्वभाव कभी नहीं बदलता, चाहे वह मर ही क्यों न जाय|
जो कुछ अपने अधिकार में नहीं है, उसे पाने के लिए ही अड़े रहना कहाँ की बुद्धिमानी है !
जो कुछ अपने अधिकार में नहीं है, उसे पाने के लिए ही अड़े रहना कहाँ की बुद्धिमानी है !
जो व्यक्ति घमंड करता है उसे कभी न कभी झुकना ही पड़ता है |
जो व्यक्ति घमंड करता है उसे कभी न कभी झुकना ही पड़ता है |
Correct Answer:
कई बार असफल होने पर भी रमा ने अपना विषय नहीं बदला, क्योंकि उसका कहना है कि या तो वह इसी विषय में स्नातक करेगी या करेगी ही नहीं|
कई बार असफल होने पर भी रमा ने अपना विषय नहीं बदला, क्योंकि उसका कहना है कि या तो वह इसी विषय में स्नातक करेगी या करेगी ही नहीं|
यौवन की बुराइयों से बचो|
यौवन की बुराइयों से बचो|
अधिकांश लोगों का यही हाल है|
अधिकांश लोगों का यही हाल है|
यहाँ उपस्थित सभी लोगों में सविता अत्यंत श्रेष्ठ है|
यहाँ उपस्थित सभी लोगों में सविता अत्यंत श्रेष्ठ है|
मध्यकालीन युग में वास्तुकलाओं की अत्यंत उन्नति हुई|
मध्यकालीन युग में वास्तुकलाओं की अत्यंत उन्नति हुई|
Correct Answer:
यौवन की बुराइयों से बचो|
यौवन की बुराइयों से बचो|
दुविधा में फँसना
दुविधा में फँसना
आडम्बर करना
आडम्बर करना
बखेड़े में पड़ना
बखेड़े में पड़ना
मक्कारी करना
मक्कारी करना
Correct Answer:
बखेड़े में पड़ना
बखेड़े में पड़ना
रोशनी
रोशनी
चाँदी
चाँदी
चाँद
चाँद
ज्योत्स्ना
ज्योत्स्ना
Correct Answer:
ज्योत्स्ना
ज्योत्स्ना
कि तुम्हें तुरंत अस्पताल
कि तुम्हें तुरंत अस्पताल
कल कौन सी चीज़ से
कल कौन सी चीज़ से
ले जाना पड़ा|
ले जाना पड़ा|
चोट लगी थी
चोट लगी थी
Correct Answer:
कल कौन सी चीज़ से
कल कौन सी चीज़ से
किंकिर
किंकिर
अब्र
अब्र
अलल
अलल
अवगुंठन
अवगुंठन
Correct Answer:
अवगुंठन
अवगुंठन
आहूत
आहूत
विषाद
विषाद
प्रहलाद
प्रहलाद
निषाद
निषाद
Correct Answer:
विषाद
विषाद
पंक, अंशु
पंक, अंशु
अनी, दीन
अनी, दीन
कृष्ण, अच्युत
कृष्ण, अच्युत
अनुचित, अशिष्ट
अनुचित, अशिष्ट
Correct Answer:
कृष्ण, अच्युत
कृष्ण, अच्युत
सब पर समान दृष्टि रखना
सब पर समान दृष्टि रखना
तुच्छ या नगण्य व्यक्ति
तुच्छ या नगण्य व्यक्ति
शीघ्र नष्ट हो जाने वाला सौन्दर्य
शीघ्र नष्ट हो जाने वाला सौन्दर्य
अनुपम सौन्दर्य होना
अनुपम सौन्दर्य होना
Correct Answer:
शीघ्र नष्ट हो जाने वाला सौन्दर्य
शीघ्र नष्ट हो जाने वाला सौन्दर्य
उपविष्टन
उपविष्टन
उपरिवसन
उपरिवसन
उपष्टन
उपष्टन
उपवेष्टन
उपवेष्टन
Correct Answer:
उपवेष्टन
उपवेष्टन
मुझे जली-कटी मत सुनाओ, किसकी गलती है उसे कहो|
मुझे जली-कटी मत सुनाओ, किसकी गलती है उसे कहो|
थकावट से चूर होकर वह पेड़ की छाया में अंटी मार गया|
थकावट से चूर होकर वह पेड़ की छाया में अंटी मार गया|
वह आजकल किसी की भी बात नहीं सुनता, पैसे जेब में आते ही उसकी आँखों में चर्बी छा गयी है|
वह आजकल किसी की भी बात नहीं सुनता, पैसे जेब में आते ही उसकी आँखों में चर्बी छा गयी है|
अरे! वह बिलकुल अंधी खोपड़ी है, उसे कुछ भी समझाना बेकार है|
अरे! वह बिलकुल अंधी खोपड़ी है, उसे कुछ भी समझाना बेकार है|
Correct Answer:
थकावट से चूर होकर वह पेड़ की छाया में अंटी मार गया|
थकावट से चूर होकर वह पेड़ की छाया में अंटी मार गया|
पुण्य की जड़ सदा हरी
पुण्य की जड़ सदा हरी
पेड़ फल से जाना जाता है
पेड़ फल से जाना जाता है
होनहार बिरवान के होत चीकने पात
होनहार बिरवान के होत चीकने पात
बोया गेहूं, उपजा जौ
बोया गेहूं, उपजा जौ
Correct Answer:
होनहार बिरवान के होत चीकने पात
होनहार बिरवान के होत चीकने पात
पीपल
पीपल
बिंदु
बिंदु
नब्बे
नब्बे
बत्ती
बत्ती
Correct Answer:
बिंदु
बिंदु
स्थापन – रोपण
स्थापन – रोपण
ऋत – अऋत
ऋत – अऋत
अधित्यका – उपत्यका
अधित्यका – उपत्यका
एकाग्र – समग्र
एकाग्र – समग्र
Correct Answer:
अधित्यका – उपत्यका
अधित्यका – उपत्यका
कृपण – उदार
कृपण – उदार
ऐक्षिक – अनिवार्य
ऐक्षिक – अनिवार्य
प्रवृद्ध – कृश
प्रवृद्ध – कृश
पीन – पुष्ट
पीन – पुष्ट
Correct Answer:
पीन – पुष्ट
पीन – पुष्ट